Not known Details About Shodashi

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Community feasts Engage in an important position in these functions, where by devotees occur alongside one another to share meals That always involve conventional dishes. These types of meals celebrate both of those the spiritual and cultural areas of the Pageant, boosting communal harmony.

ह्रीं श्रीं क्लीं परापरे त्रिपुरे सर्वमीप्सितं साधय स्वाहा॥

सौवर्णे शैलश‍ृङ्गे सुरगणरचिते तत्त्वसोपानयुक्ते ।

॥ अथ त्रिपुरसुन्दर्याद्वादशश्लोकीस्तुतिः ॥

Inside the spiritual journey of Hinduism, Goddess Shodashi is revered as a pivotal deity in guiding devotees toward Moksha, the last word liberation from your cycle of beginning and Loss of life.

श्री-चक्रं शरणं व्रजामि सततं सर्वेष्ट-सिद्धि-प्रदम् ॥२॥

ईक्षित्री सृष्टिकाले त्रिभुवनमथ या तत्क्षणेऽनुप्रविश्य

तरुणेन्दुनिभां वन्दे देवीं त्रिपुरसुन्दरीम् ॥२॥

भगवान् शिव ने कहा — ‘कार्तिकेय। तुमने एक अत्यन्त रहस्य का प्रश्न पूछा है और मैं प्रेम वश तुम्हें यह अवश्य ही बताऊंगा। जो सत् रज एवं तम, भूत-प्रेत, मनुष्य, प्राणी हैं, वे सब इस प्रकृति से उत्पन्न हुए हैं। वही पराशक्ति “महात्रिपुर सुन्दरी” है, वही सारे चराचर संसार को उत्पन्न करती है, पालती है और नाश करती है, वही शक्ति इच्छा ज्ञान, क्रिया शक्ति और ब्रह्मा, विष्णु, शिव रूप वाली है, वही त्रिशक्ति के रूप में सृष्टि, स्थिति और विनाशिनी है, ब्रह्मा रूप में वह इस चराचर जगत की सृष्टि करती है।

षोडशी महाविद्या : पढ़िये here त्रिपुरसुंदरी स्तोत्र संस्कृत में – shodashi stotram

If you are chanting the Mantra for a particular intention, produce down the intention and meditate on it five minutes just before starting While using the Mantra chanting and five minutes following the Mantra chanting.

केयं कस्मात्क्व केनेति सरूपारूपभावनाम् ॥९॥

ज्योत्स्नाशुद्धावदाता शशिशिशुमुकुटालङ्कृता ब्रह्मपत्नी ।

Kama, the incarnation of sexuality and Actual physical like, had tried to distract Shiva from his meditations. Due to this fact, Shiva burned him to ashes which has a stream of hearth from his third eye, and effectively which means attendants to

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